हल्दी के चमत्कारी फायदे - An Overview

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शरीर के लिए क्यों जरूरी है एंटी ऑक्सीडेंट

मुँह के छालों का होना पाचन क्रिया के खराब होने के कारण होता है। हल्दी में उष्ण गुण होने के कारण यह पाचकाग्नि को ठीक कर पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में मदद करती है, जिससे मुँह के छालों में आराम मिलता है साथ हि इसमें रोपण (हीलिंग) का भी गुण पाया जाता है जो की मुँह के छालों को जल्द भरने में सहायक होती है।

हां, आप दूध के साथ कॉफी में हल्दी मिलाकर पी सकती हैं।

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नीम के एंटीबैक्टीरियल गुण इसे कील-मुंहासे दूर करने के लिए परफेक्ट बनाते हैं. नीम का सादा फेस पैक लगाने के बजाय इसे हल्दी के साथ मिलाकर लगाने पर कमाल का असर नजर आता है. एक कटोरी में नीम के पत्तों का पिसा हुआ पाउडर लें.

डॉक्टरी परामर्श पर कच्ची हल्दी का तेल इस्तेमाल में लाया जा सकता है।

आइये जानते हैं कि हल्दी के सेवन से किन रोगों में आराम मिलता है और इसका सेवन किस तरह करना चाहिए।

लेख के अंत में जाने कच्ची हल्दी के नुकसान।

हल्दी के सेवन के निर्धारित समय से संबंधित कोई सटीक वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है। यह व्यक्ति की उम्र और स्वास्थ्य के अनुसार अलग-अलग हो सकता है।

हल्दी और गुड़ खाने के फायदे की बात करें तो गर्म हल्दी-दूध में गुड़ को मिलाकर सेवन करने से सर्दी-जुकाम या अस्थमा जैसी परेशानी से राहत मिल सकती है। हालांकि, इस बारे में कोई सटीक more info वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है और यह लोगों के अनुमान के आधार पर है।

हल्दी में मौजूद करक्यूमिन इम्युनिटी को बूस्ट करने के साथ ही फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को कम कर देती हैं। वहीं हल्दी में में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुण शरीर को संक्रमण से लड़ने के लिए तैयार करते हैं।

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